Virtual Aadhaar Card या Virtual Aadhaar ID – Aadhaar Card आज किसी भी तरह के ऑनलाइन या ऑफलाइन काम के लिए बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है। किसी भी सरकारी काम, Banking या अन्य महत्वपूर्ण कामों में आजकल aadhaar card की जरूरत पड़ती है ओर आपको सभी जरूरी कामों के लिए 12 अंको के आधार नंबर या अपने aadhaar card की copy जमा करवानी पड़ती है।
लेकिन aadhaar card की इतनी ज्यादा जरूरत ओर आधार नंबर के हर जानकारी के साथ Linked होने, जैसे – Mobile number, Bank account, Documents इत्यादि की वजह से आधार कार्ड की सुरक्षा का एक मुद्दा सरकार के सामने चुनौती बना हुआ था, क्योंकि hackers आधार card की जानकारी या 12 आधार नंबरों से ग्राहक की जरूरी जानकारी चुरा सकते हैं और ग्राहकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए ऐसी समस्या से निपटने के लिए सरकार (UIDAI) ने Virtual Aadhaar ID की सुविधा जारी की है, जो सुरक्षित है और Virtual Aadhaar ID से आधार कार्ड की धोखाधड़ी से काफी हद तक ग्राहक अपने आप को बचा सकते हैं और अपनी निजी जानकारी चोरी होने से रोक सकते हैं।
लेकिन क्या है ये Virtual Aadhaar ID व कैसे काम करती है यह ओर Virtual Aadhaar ID को कैसे generate किया जाता है..? क्या आपको Virtual Aadhaar ID के बारे में अच्छी तरह से पता है..? अगर नहीं तो कोई बात नहीं, क्योंकि आज उस पोस्ट के माध्यम से में आपको Virtual Aadhaar ID के बारे में पूरे विस्तार से बताने वाला हूं कि –
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- Virtual Aadhaar ID क्या है
- Virtual Aadhaar ID कैसे Generate की जाती है
- Virtual Aadhaar ID के फायदे क्या क्या हैं।
जानने के लिए मेरी इस पूरी पोस्ट को ध्यान से पढें। तो चलिए दोस्तों, शुरू करते हैं और जानते हैं Virtual aadhaar ID के बारे में विस्तार से हिन्दी में –
Virtual Aadhaar Card क्या है और इसको कैसे Generate करें (पूरी जानकारी हिन्दी में)
Virtual Aadhaar क्या है
UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) Virtual Aadhaar ID लाई है जिसमें 16 अंकों के अस्थायी नंबर होंगे और जिसे आप आधार नंबर के बदले साझा कर सकते हैं। UIDAI, Virtual Aadhaar पर कई महीनों से काम कर रही थी। फिर यह सुविधा 1 जून से शुरू कर दी गई। अब लोगों को अपनी 12 अंकों की biometric aadhaar id देने की जरूरत नहीं रह जाएगी।
आधार यूजर जितनी बार चाहे उतनी बार वर्चुअल आईडी जनरेट कर सकता है लेकिन ध्यान रहे virtual aadhaar card या ID 1 दिन में सिर्फ 1 ही जारी किया जाएगा। इस वर्चुअल आईडी में 16 Random Digits होंगे। virtual aadhaar card से फोन कंपनियां या बैंकों को आधार धारक की सीमित जानकारी मिलेगी जैसे कि नाम, पता और फोटोग्राफ जो उस व्यक्ति की पहचान साबित करने के लिए पर्याप्त होगा। वर्चुअल आईडी से आधार नंबर की जानकारी नहीं मिल सकेगी।
Virtual ID कि खास बात यह होगी कि कोई भी इसमें आपके आधार के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकेगा, क्योंकि इसके लागू होने के बाद यूजर खुद अपने आधार जेनेरेट कर सकता है। UIDAI की वेबसाइट पर जाकर 16 अंकों के इस नंबर को जेनरेट किया जा सकता है। आधार यूजर जितनी बार चाहे उतनी बार वर्चुअल आईडी जनरेट कर सकता है। आपको बता दें कि virtual id की सभी भुगतान बैंक, बीमा कंपनी, एनपीसीआई, पीपीआई, एनबीएफसी, टेलिकॉम ऑपरेटर या अन्य एजेंसियों पर सत्यापन के लिए जरुरत होगी। 16 डिजिट की इस आईडी का इस्तेमाल मोबाइल नंबर के वेरिफिकेशन समेत कई स्कीम में KYC के लिए किया जा सकता है।
Virtual Aadhaar Card कैसे Generate करें
जानें कैसे ऑनलाइन जनरेट करें आधार Virtual ID:
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- Virtual Aadhaar Card या ID बनाने के लिए आप सबसे पहले UIDAI की Official website https://www.uidai.gov.in. पर जाएं।
- Home Page पर आपको Aadhar Services में जाकर Virtual ID (VID) Generator के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- अब एक पेज ओपन होगा जिसमें आपको पहले बॉक्स में 12 डिजिट का आधार नंबर डालना होगा। इसके बाद नीचे दूसरे बॉक्स में सिक्योरिटी कोड डालकर OTP जनरेट करें। यह OTP आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आएगा।
- इसके बाद यह OTP एंटर करें और Generate VID पर क्लिक करें। प्रोसेस पूरा होने के बाद आपके पास VID जनरेट होने का मैसेज आ जाएगा। इस मैसेज में आपको आपकी Virtual aadhaar id दी हुई होगी।
Note – आपको बता दें कि एक Virtual ID तब तक के लिए वैध होगी जब तक यूजर दूसरी Virtual ID नहीं बना लेते हैं।
बस इस आसान सी प्रक्रिया से आप अपनी 16 अंकों को Virtual Aadhaar Card बना सकते हैं और इसको किसी भी तरह के ऑनलाइन काम में aadhaar card की जगह काम में ले सकते हैं। Virtual Aadhaar Card या ID को generate करना एकदम आसान और सुरक्षित है।
चलिये अब जान लेते हैं Virtual Aadhaar Card या ID के कुछ फ़ायदों के बारे में –
Virtual Aadhaar Card के फायदे
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- Virtual ID अस्थायी है। एक बार इस्तेमाल के बाद id डिएक्टिवेट हो जाएगी, जिससे कोई भी इसका मिसयूज़ नही कर सकेगा। ओर न ही कोई aadhaar जानकारी के साथ कोई छेड़छाड़ कर सकेगा।
- सरकार KYC के लिए आधार के इस्तेमाल को भी सीमित करेगी। अभी कई एजेंसियों के पास आपकी डिटेल पहुंच जाती है और वो उसे अपने पास रखते हैं।
- जब केवाईसी के लिए आधार का जरूरत ही कम हो जाएगी, तो ऐसी एजेंसियों की संख्या भी घट जाएगी, जिनके पास आपकी डिटेल होगी।
- Virtual Aadhaar ID की मदद से आधार कार्ड के माध्यम से होती धोखाधड़ी ओर हैकिंग जैसे मामले कम होंगे।
- जब नई virtual id बनाई जाएगी, तो पहले वाली id अपने आप बन्द हो जाएगी।
- किसी भी तरह के kyc कामों की यह virtual id आसान बनाएगी ओर आपकी निजी जानकारी सुरक्षित रहेगी।
तो ये थे virtual aadhaar card या aadhaar id के कुछ खाश फायदे। उम्मीद करता हूँ कि आपको virtual aadhaar card या virtual aadhaar id के बारे में आपको मेरी यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी। जानकारी के बारे में अपना सुझाव मुझे नीचे comment box में comment के माध्यम से जरूर दें और ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण tech जानकारियों के लिए जुड़े रहें मेरी नई वेबसाइट Technical Guruji के साथ।
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