दोस्तों आपने Windows को अपने लैपटॉप या PC पर इनस्टॉल व इस्तेमाल किया होगा, लेकिन क्या आपने कभी Linux Operating System को इस्तेमाल किया है। लिनक्स एक बहुत ही चर्चित OS है, जिसका इस्तेमाल बड़ी बड़ी IT कंपनियां करती हैं और आज का सारा इंटरनेट का जगत इसी Linux की ही देन है। IT के क्षेत्र में बहुत से ऑपरेटिंग सिस्टम होते हैं, लेकिन यह लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम सबसे अलग और काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन फिर भी इसके बारे में काफी लोग हैं, जो अच्छे से नहीं जानते हैं कि आखिर यह होता क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है।
अगर आप कम्प्यूटर साइंस के स्टूडेंट नहीं है या इस फील्ड के बारे में ज्यादा नहीं जानते तो आप भी पक्का Linux Operating System के बारे में नहीं जानते होंगे। यह भी अपने आप में एक अश्चर्य है कि आज के जमाने की सबसे अद्भुत खोज इंटरनेट, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एंड्रॉयड स्मार्टफोन तथा सुपर कम्प्यूटर्स को काम करने लायक बनाने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम Linux (Linux Operating System) के बारे में अधिक लोग नहीं जानते।
अगर आप भी नहीं जानते हैं कि आखिर क्या होता है, Linux को कैसे डाउनलोड किया जाता है, कैसे इसको इनस्टॉल किया जाता है और Linux इस्तेमाल करने के क्या क्या फायदे होते हैं तो आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए ही है, क्योंकि हम आज इस आर्टिकल या पोस्ट में आपको लिनक्स (Linux) के बारे में सारी जरूरी जानकारी देंगे और इसके बारे में अच्छे से समझाने की कोशिस करेंगे, कि Linux क्या होता है और यह कहाँ से आया व यह क्यों इतना महत्त्वपूर्ण OS है। जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।
तो चलिए दोस्तों, शुरू करते हैं और जानते हैं कि Linux ऑपरेटिंग सिस्टम क्या होता है और इसको कैसे डाउनलोड व इनस्टॉल करें – A Complete Beginners Guide About Linux By Geeky Rohit In Hindi
Linux Operating System क्या है और इसको कैसे डाउनलोड करें – पूरी जानकारी हिंदी में
Linux (Linux Operating System) क्या होता है
Linux विंडोज XP, विंडोज 7, विंडोज 10 व Apple iOS के समान ही Computer Operating System है, जिसे आप अपने लैपटॉप या कम्प्यूटर पर इंस्टॉल कर, वे आरे काम कर सकते हैं, जो आप Windows Operating System की मदद से करते हैं। लिनक्स को वायरस फ्री ऑपरेटिंग सिस्टम भी कहते हैं। आज ज्यादातर इंटरनेट की दुनियां Linux से ही बनी हुई है।
Linux फ्री और open-source है इसलिए इसके source code को GNU यानी General Public License के अंदर किसी भी तरह से यानी कमर्शियल और नॉन-कमर्शियल तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं। GNU लाइसेंस के अंदर आने वाले सॉफ्टवेयर को आप फ्री में अपने हिसाब से मॉडिफाई कर सकते हैं या लोगो और नाम बदल कर बेच भी सकते हैं बस इसमें सरत यह रहती है की आपके द्वारा मॉडिफाई किया सॉफ्टवेयर भी GNU लाइसेंस के अंदर ही आएगा।
Open-source क्या है?
दोस्तों, Open-source का मतलब होता है की आप उपर्युक्त सॉफ्टवेयर के कोड को बदल कर अपने हिसाब से मॉडिफाई कर सकते हैं कहने का मतलब यह है की open-source सॉफ्टवेयर का source कोड सबके लिए ओपन रहता है इसे जो चाहे अपने हिसाब से मॉडिफाई कर सकता है या बदल सकता है। इसमें आपको कोई दिक्कत नहीं होती। दुनिया में जितने भी open-source सॉफ्टवेयर है उन सभी को इसी तरह दुनिया भर के डेवलपर सुधारते रहते हैं जिससे ये और भी रिलाएबल हो जाते हैं।
Linux kernal क्या होता है –
किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम का कर्नल उसका वह हिसा या कोड रहता है जो सीधे hardware से इंटरैक्ट करता है यह ऑपरेटिंग सिस्टम का सबसे निचे का भाग होता है कंप्यूटर के स्टार्ट करने पर सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम का kernal ही मेमोरी में लोड होता है और उसके बाद kernal बाकी के सिस्टम को लोड करता है। कर्नल मैं सॉफ्टवेर और हार्डवेयर के बीच ट्रांसलेटर का काम भी करता है यह आपके software के द्वारा दिए गए आदेशो को हार्डवेयर को देता है।
लिनक्स कर्नल निम्नलिखित कार्यों को करता है:
- अन्य अनुप्रयोगों को नियंत्रित करना।
- अनुप्रयोगों के लिए स्मृति का प्रबंधन करना।
- प्रकमक (प्रॉसेसर) के लिए अनुप्रयोगों को नियत करना।
- संचयन यंत्रों से आँकड़ों का आदान-प्रदान करना।
- संगणक के विभिन्न अव्ययों से संचार करना।
- जब कर्नल के साथ अन्य मूल अनुप्रयोगों को मिला कर पूरा तंत्र बनाया जाता है तब उसे परिचालन तंत्र कहते हैं।
किसने शुरू किया Linux –
Linux का एक छात्र ने शुरू किया था। लिनक्स की कहानी 1991 में शुरू हुई थी, जब फिनलैंड की हेलिस्की यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट लाइनस टोर्वाल्ड्स उस समय के ऑपरेटिंग सिस्टम मिनिक्स के लाइसेंस को लेकर परेशान हो गए। उसने इस लाइसेंस सिस्टम से बचने के लिए खुद का एक नया (OS) ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया। लाइनस ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम बनाना चाहता था, जिसके लिए लाइसेंस न लेना पड़े। कोई भी निशुल्क ले सके। समय के साथ अन्य Programmes भी साथ जुड़ने लगे और Linux दुनिया का सबसे बड़ा ओपन सोर्स प्रोजेक्ट बन गया।
Super Computer भी Linux से चलते हैं –
आपको जानकर हैरानी होगी कि बड़े बड़े सुपर कंप्यूटर भी Linux (Linux Operating System) से चलते हैं। एंड्रॉयड स्मार्टफोन का ऑपरेटिंग सिस्टम android पूरी तरह से लिनक्स पर ही आधारित है। दुनिया के टॉप 500 सुपर कम्प्यूटर में लिनक्स इंस्टॉल हैं। इसके अलावा इंटरनेट भी आज लिनक्स के दम पर ही इतना सस्ता बना हुआ है। Internet Of Things तो लिनक्स पर ही आधारित हैं। लिनक्स पूरी तरह फ्री है, ओपन सोर्स है व कोई भी इसमें मर्जी के अनुसार बदलाव कर काम ले सकता है। इन्हीं खूबियों के चलते दुनिया भर के प्रोग्रामर्स व टॉप IT कंपनियां इस प्रोजेक्ट से जुड़ चुके हैं।
Linux के फायदे –
- लिनक्स का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसको Windows की तरह इसे खरीदना नहीं पडता। लिनक्स के अधिकांश सॉफ्टवेयर भी फ्री है, जिन्हें जरूरत के हिसाब से काम में ले सकते हैं। विंडोज के सॉफ्टवेयर व गेम्स भी लिनक्स पर वाइन से चल सकते हैं।
- विंडोज 7 या 10 में अपने हिसाब से बदलाव करना चाहते है तो नहीं कर सकते, पर लिनक्स में यह काम आसानी से कर सकते हैं। यह भी एक प्रमुख कारण है कि इन दिनों युवाओं की Linux Operating System में रुचि बढ़ रही है। इसके अलावा यूजर मल्टीप्ल प्रोग्राम्स, टास्क या सॉफ्टवेर को इस्तेमाल कर सकता है।
- linux हर तरह के हार्डवेयर को सपोर्ट करता है इसके कई लाइट वेट डिस्ट्रो भी उपलब्ध है जिससे आप अपने पुराने कंप्यूटर में भी जान डाल सकते हैं।
- Hack नहीं होता व वायरस नहीं आते – लिनक्स की एक सबसे बड़ी खूबी यह मानी जाती है कि इसमें Virus और मैलवेयर नहीं आते। आईटी एक्सपर्ट ओ.पी. ऋषि अनुसार इसे हैक करना भी लगभग असंभ ही है। सबसे बड़ी बात दुनिया भर के हैकर्स खुद को सुरक्षित रखने के लिए लिनक्स पर ही काम करते हैं। इससे अपने आप सिद्ध हो जाता है कि लिनक्स पर काम करना बहुत सुरक्षित और आसान है।
Linux को डाउनलोड कैसे करें –
अगर आप android स्मार्टफोन काम में ले रहे हैं तो आप लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम (Linux Operating System) को ही काम में ले रहे हैं। अगर आप अपने laptop या PC में इंस्टॉल करना चाहते हैं तो लिनक्स के कई वर्जन हैं, जिन्हें आप फ्री में डाउनलोड कर install कर सकते हैं। आप चाहे तो बिना इंस्टॉल किए Bootable Pan Drive या DVD बनाकर भी विंडोज पीसी पर ही लिनक्स का आनंद उठा सकते हैं।
Linux को डाउनलोड कहाँ से करें –
वर्तमान में linux के कई वर्जन उपलब्ध हैं। सभी में लगभग एक से बढ़कर एक फीचर्स हैं, लेकिन उनके डेस्कटॉप इनवॉयर्नमेंट (सरल शब्दों में आइकन्स की प्रजेंटेशन, डिस्प्ले, थीम आदि) में अंतर है, जिनके आधार पर आप उन्हें चुन सकते हैं। उनमें से कुछ प्रमुख वर्जन निम्न प्रकार हैं –
- Ubuntu – (https://Ubuntu.com)
- Fedora – (https://getfedora.org)
- Linux Mint (www.linuxmint.com)
- Opens Use (www.opensuse.org)
- Arch – (www.archlinux.org)
ये पांच Linux Operating System के कुछ अच्छे वर्ज़न हैं, जिनको आप इनकी ऑफिसियल वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं और अपने कंप्यूटर में इनस्टॉल कर सकते हैं। यह एकदम आसान और सिक्योर है।
इसके अलावा Kali Linux, Redhat, Debian, Tiny Linux ओर Side linux इत्यादि भी लिनक्स के ही प्रकार या वर्जन्स हैं।
Note :- Linex.org इसकी ऑफिसियल वेबसाइट है। इसलिए अगर आपको इनस्टॉल करने के लिए Linux डाउनलोड करना है तो आप यहां linux की ऑफिशियल वेबसाइट से इसको फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं।
Online भी ले सकते हैं Demo टेस्ट
यदि आप लिनक्स डाउनलोड नहीं करना चाहते हैं, तो http://tour.ubuntu.com/en/#watch-video पर लिनक्स के उबंटू वर्जन का टेस्ट ले सकते हैं। यूट्यूब पर लिनक्स संबंधित videos को देख सकते हैं। लैपटॉप से विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को नहीं हटाना चाहते हैं तो लिनक्स को ड्यूल बूट भी किया जा सकता है। यानी लैपटॉप पर विंडोज तथा लिनक्स दोनों इंस्टॉल कर सकते हैं। आप जब भी, जिस भी ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करना चाहें, उसी को चुन सकते हैं।
Conclusion –
लिनक्स OS एक काफी मददगार Open Source है, जिसको प्रोफेशनल प्रोग्रामर्स, हैकर्स ओर बड़ी IT कंपनियां इस्तेमाल करती हैं। यह इस्तेमाल करने में इतना कठिन नहीं है, जितना आप सोचते हैं। यह विंडोज की तरह ही आसान होता है, बस आपको इसके बारे में अच्छे से समझना जरूरी है। अगर आप लिनक्स को अच्छे से समझ गए, तो आप इसपर अपने हिसाब से काम कर सकते हैं और इसको अपनी पसंद से बिल्ट कर सकते हैं। तो अगर आप एक IT एक्सपर्ट हैं तो आपको Linux Operating System को जरूर इस्तेमाल करके देखना चाहिए।
तो दोस्तों, ये था Linux Operating System के बारे में, उन लोगों के लिए एक गाइड जिनको लिनक्स के बारे में अच्छी तरह से पता नहीं है। उम्मीद है कि इस आर्टिकल से आपको लिनक्स के बारे में जानने में काफी मदद मिली होगी, लेकिन अभी भी आपके मन में कोई इसको लेकर कोई सवाल है, या आप इसके बारे में कुछ और जानना चाहते हैं तो आप अपना सवाल हमसे कमेंट बॉक्स में कमेंट के माध्यम से कर सकते हैं। हम इससे सम्बंधित आपकी अन्य सहायता करेंगे।
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